अक्खड़-घमंडी ही नहीं थे राजकुमार, टूटकर करते थे प्यार, मीना-हेमा के बाद इस हसीना पर आया था दिल
'जिंदगी एक नाटक ही तो है, लेकिन जिंदगी और नाटक में फर्क है, नाटक को जहां चाहो, जब चाहो बदल दो, लेकिन जिदंगी के नाटक की डोर तो ऊपर वाले के हाथ होती है'. राज कुमार के इस फेमस डायलॉग को लोग आज भी अक्सर उसी अंदाज में बोल बैठते हैं. ये तो सच है कि जिंदगी और नाटक में फर्क है. अक्खड़ स्वभाव वाले राज कुमार की जिंदगी पर भी ये डायलॉग फिट बैठता है. लोगों के मुंह पर साफ-साफ बोलने वाले राज कुमार अपनी सीधी बात से लोगों को मूड को खराब कर देते थे. लेकिन, हठी और अकड़ू की इमेज से इतर उनके दिल में प्यार भी बहुत था. उन्हें एक बार नहीं 3-3 बार टूटकर प्यार हुआ, बस फर्क इतना रहा, दो बार ये प्यार एकतरफा था.
राज कुमार को फिल्मी दुनिया का अक्खड़ और धमंडी एक्टर माना जाता रहा है. डायरेक्टर और सितारे उनके साथ काम करने कतराते थे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि गुस्सेल स्वभाव के राजकुमार प्यार के मामले में भी राजा आदमी थी. अपने साथ काम करने वाली दो हसीनाओं को वह टूटकर चाहते थे, लेकिन मामला एक तरफा हुआ तो उन्हें एक बार फिर प्यार हुआ. कौन था उनका तीसरा प्यार चलिए आपको बताते हैं...
राज कुमार के लिए कहा जाता है, वो जिससे प्यार करते थे उसे अपने दिल में शामिल कर लिया करते थे और उनके लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हो जाते थे. अपने काम के साथ वह प्रेम को तवज्जो देते थे. फिल्मी दुनिया में उन्होंने मीना कुमार और हेमा मालिनी से बेइंतहा प्यार किया.
राज कुमार को फिल्मों में काम करने के दौरान दो बार प्यार हुआ लेकिन दोनों बार उनका प्यार एकतरफा रहा. फिल्म 'पाकीजा' में साथ काम करते हुए उनका झुकाव मीना कुमारी की तरफ हो गया था. कहा जाता है कि जब साल 1972 में फिल्म ‘पाकीज़ा’ में राजकुमार के साथ मीना कुमारी काम कर रही थीं तब फिल्म के सेट पर काम करते समय राजकुमार अपना डायलॉग भूल जाते थे. बस मीना को एकटक देखते रहते थे. लेकिन वे तब पहले से शादीशुदा थी और उन्होंने कभी राज कुमार को करीब नहीं आने दिया.
हालांकि हेमा मालिनी उनकी बातें सुनकर थोड़ी सी हैरान गईं क्योंकि राजकुमार उनके सीनियर थे. ऐसे में वह उन्हें काफी रिस्पेक्ट देती थीं. अपने सीनियर के मुंह से प्यार का प्रपोजल पाकर यूं तो हेमा काफी खुश थीं, लेकिन उन्होंने बड़े ही शालीनता के साथ उनके प्रपोजल को इनकार कर दिया और कहा कि वह इस बारे में ऐसा कुछ नहीं सोचती हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, हेमा मालिनी ने कहा कि मैं आपको पसंद तो करती हूं पर प्यार नहीं करती.
हालांकि हेमा मालिनी उनकी बातें सुनकर थोड़ी सी हैरान गईं क्योंकि राजकुमार उनके सीनियर थे. ऐसे में वह उन्हें काफी रिस्पेक्ट देती थीं. अपने सीनियर के मुंह से प्यार का प्रपोजल पाकर यूं तो हेमा काफी खुश थीं, लेकिन उन्होंने बड़े ही शालीनता के साथ उनके प्रपोजल को इनकार कर दिया और कहा कि वह इस बारे में ऐसा कुछ नहीं सोचती हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, हेमा मालिनी ने कहा कि मैं आपको पसंद तो करती हूं पर प्यार नहीं करती.
दो बार दिल टूटा, लेकिन तीसरी बार आसमान में दिल फिर खो बैठे. मीना और हेमा के बाद राज कुमार का दिल जेनिफर पर आया, जिसे बाद में उन्होंने अपना हमसफर बना लिया. जेनिफर से राज कुमार की मुलाकात आसमान में हुई थी.
दरअसल, वे 1 दफा फ्लाइट से कहीं जा रहे थे. इस दौरान उनकी नजर एक एयरहोस्टेस पर पड़ी. उसे देखते हुए राज कुमार उसकी खूबसूरती पर फिदा हो गए. उस एंग्लो इंडियन एयरहोस्टेस का नाम था जेनिफर पंडित, जो बाद में राज कुमार की हमसफर बनी. शादी के बाद उन्होंने अपना नाम गायत्री कुमार कर लिया था. साल 1996 में गायत्री का निधन हो गया था. राज कुमार के तीन बच्चे हैं, पणिनी, पुरु और वास्तविका.
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