दर्द भरे थे किशोर कुमार की पत्नी मधुबाला के आखिरी कुछ साल, बीमारी की वजह से हड्डी का ढांचा बन गई थीं अभिनेत्री
हिंदी सिनेमा की सबसे खूबसूरत अभिनेत्रियों का जब भी जिक्र किया जाता है तो मधुबाला का नाम सबसे पहले जेहन में आता है। मधुबाला को बॉलीवुड की सबसे हसीन अभिनेत्रियों में शुमार किया जाता था। अपने अभिनय और खूबसूरती से उन्होंने लाखों दिलों पर लंबे समय तक राज किया। हालांकि, जिंदगी के आखिरी कुछ साल उनके बहुत दर्द भरे गुजरे।
मधुबाला का जन्म 4 फरवरी 1933 में हुआ था। बचपन में उनका नाम 'मुमताज जहां देहलवी' था। उनके पिता का नाम अताउल्लाह और माता का नाम आयशा बेगम था। अपनी अदाकारी से लाखों लोगों को दीवाना बना देने वाली मधुबाला कई बीमारी से पीड़ित थीं। बचपन से ही उनके दिल में छेद था। इस बीमारी की वजह से डॉक्टरों ने उन्हें ज्यादा से ज्यादा आराम की सलाह दी थी, लेकिन घर की परेशानियों के चलते उन्हें कम उम्र में ही काम शुरू करना पड़ा।
मधुबाला ने फिल्म बसंत से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद धीरे-धीरे उनकी लोकप्रियता बढ़ती चली गई। मधुबाला की खूबसूरती के चर्चे देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक थे। कहा जाता है कि हॉलीवुड के मशहूर निर्देशक फ्रैंक कापरा मधुबाला को फिल्म में कास्ट करना चाहते थे। हालांकि, मधुबाला इसके लिए राजी नहीं हुईं।
दिल की बीमारी के अलावा मधुबाला को कई अन्य रोगों ने जकड़ रखा था। उनके फेफड़ों में भी समस्या थी। इसके अलावा उनके शरीर में ज्यादा खून बनने लगा था, जो नाक और मुंह से बाहर आने लगता था। साल 1954 में फिल्म चालाक की शूटिंग के दौरान मधुबाला को खून की उल्टियां होने लगीं। डॉक्टरों ने उन्हें आराम की सलाह दी, लेकिन उन्होंने फिर भी काम जारी रखा। फिल्म मुगल-ए-आजम की शूटिंग के दौरान उनकी सेहत में ज्यादा गिरावट आने लगी।
भारी जंजीरों से खुद को बांधकर उन्हें शूटिंग करनी पड़ती थी, जिसकी वजह से दिन-ब-दिन उनकी तबीयत खराब होती चली गई। मधुबाला को उनकी बीमारियों ने इस कदर जकड़ लिया था कि नौ सालों तक वो बिस्तर पर ही पड़ी रहीं। इसके बाद 23 फरवरी 1969 को महज 36 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।
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