Raj Babbar से छीन ली गई थी अमिताभ बच्चन की ये सुपरहिट फिल्म, आज भी राज है इसकी वजह
80 और 90 के दशक में हिंदी सिनेमा में बतौर अभिनेता अपनी छाप छोड़ने वाले कलाकार राज बब्बर (Raj Babbar) को भला कौन नहीं जानता। डायलॉग डिलीवर के गजब के हुनर से राज ने हर किसी का ध्यान खींचा। अपने फिल्मी करियर में उन्होंने एक से बढ़कर एक मूवीज की, लेकिन कई फिल्में ऐसे भी रहीं, जिनसे उन्हें बाहर किया गया।
एक ऐसी ही फिल्म अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) की नमक हलाल रही, जिसके लिए राज बब्बर मेकर्स की पहली पसंद थे। लेकिन बाद में ऐसा क्या हुआ जो लास्ट मूमेंट पर इस मूवी से राज की छुट्टी कर दी गई थी। आइए इस लेख में जानते हैं।
80 के दशक तक अमिताभ बच्चन हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार के तौर पर खुद को पूर्ण रूप से स्थापित कर चुके थे। दूसरी तरफ डायरेक्टर प्रकाश मेहरा के साथ उनकी जोड़ी भी सुपरहिट साबित हो चुकी थी। प्रकाश नमक हलाल (Namak Halal) की स्टार कास्ट की तलाश कर रहे थे और उन्होंने इस मूवी के लिए अमिताभ के अलावा राज बब्बर को लीड एक्टर के तौर पर कास्ट कर लिया था।
राजश्री फिल्म्स के यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में राज बब्बर ने नमक हलाल को लेकर एक दिलचस्प किस्सा सुनाया है। अभिनेता ने बताया- नमक हालल के लिए प्रकाश मेहरा और मेरी बात बन गई थी। इस मूवी के लिए मुझे मुंबई भी बुलाया गया। मैं ज्यादा खुश नहीं था क्योंकि इससे पहले दिलीप कुमार की एक फिल्म कहानी के लिए मुझे चुना गया और बाद में बाहर कर दिया गया।
वही कहानी नमक हलाल के केस में भी मेरे साथ हुई और प्रकाश की ये फिल्म भी मेरे हाथ से निकल गई। मुझे बताया गया कि नमक हलाल की अन्य स्टार कास्ट मेरे साथ काम नहीं करना चाहती थी। हालांकि ऐसा क्यों था ये राज अब तक मुझे नहीं पता है। मालूम हो कि नमक हलाल में अमिताभ बच्चन, परवीन बाबी, स्मिता पाटिल और शशि कपूर जैसे कलाकार लीड रोल में नजर आए थे।
अपने इस इंटरव्यू के दौरान राज बब्बर ने ये भी बताया- नमक हलाल के लिए मुझसे पहले उस समय के सुपरस्टार कलाकार विनोद खन्ना को अप्रोच किया गया, क्योंकि इससे पहले वह अमिताभ बच्चन के साथ प्रकाश मेहरा की शानदार फिल्म मुकद्दर का सिकंदर बनाई थी।
लेकिन किसी कारण वर्ष विनोद ने इस फिल्म में काम करने से मना कर दिया था। क्योंकि यूनाइटेड प्रोड्यूसर टैलेंट कॉन्टेस्ट मैं पहले ही सेलेक्ट हो गया था और इस वजह से मैं सबकी नजरों में आ गया था। प्रकाश मेहरा की नमक हालल के लिए कास्ट होना इसकी वजह से संभव हो पाया।
करियर की शुरुआत से पहले राज बब्बर को तमाम उतार चढ़ाव से गुजरना पड़ा। साल 1977 में राज ने फिल्म किस्सा कुर्सी का से हिंदी सिनेमा में कदम रखा और इसके बाद कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अपने करियर में उन्होंने निकाह, इंसाफ का तराजू, प्रेम गीत, वारिस, आप तो ऐसे न थे, आज, इंडियन और बॉडीगार्ड जैसी कई फिल्में की हैं।
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