शत्रुघ्न सिन्हा ने दिया मौका, कॉलगर्ल की कहानी से नए नवेले हीरो का खुल गया नसीब, 95000 की फिल्म बनी ब्लॉकबस्टर
आपने 1970 की ब्लॉकबस्टर ‘चेतना’ देखी है. अरे वही फिल्म जो वेश्याओं के पुनर्वास के विषय पर केंद्रित थी. इस फिल्म का निर्देशन बीआर इशारा ने किया था. फिल्म में शत्रुघ्न सिन्हा, अनिल धवन और रेहाना सुल्तान ने शानदार एक्टिंग की थी. यह फिल्म अनिल धवन की पहली फिल्म थी. इस फिल्म से शत्रुघ्न सिन्हा की के किस्मत की पहिया भी चल पड़ी थी. वहीं अनिल धवन इस फिल्म रातों रात स्टार बन गए थे.
फिल्म 'चेतना' में अनिल धवन लीड रोल में थे जबकि शत्रुघ्न सिन्हा ने काफी छोटा रोल प्ले किया था. वह फिल्म में अनिल के दोस्त बने थे. इस बारे में बहुत कम लोगों को पता होगा कि यह फिल्म अनिल धवन को शत्रुघ्न सिन्हा के बदौलत ही मिली थी. शत्रुघ्न सिन्हा ने ही डायरेक्टर को अनिल का नाम सुझाया था. फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे जब अनिल धवन एक्टिंग में डिप्लोमा कर रहे थे तब उनकी मुलाकात शत्रुघ्न सिन्हा संग हुई थी. यहीं से इनकी दोस्ती शुरू हुई थी. इस तरह पढ़ाई के दौरान ही अनिल को उनकी ब्लॉकबस्टर फिल्म मिली.
आपको जानकर हैरानी होगी कि इस फिल्म को बीआर इशारा ने बेहद मामूली बजट में बनाया था. imdb.com की मानें तो, फिल्म 'चेतना' को मेकर ने मात्र 95 हजार रुपये में बनाया था. यह उस दौर की सबसे सबसे सस्ती फिल्मों में से एक थी. लेकिन मेकर ने ऐसे विवादित विषय को चुना जिसकी वजह से यह फिल्म उस समय की सबसे ज्यादा सनसनी बटोरने वाली विवादास्पद बन गई.
टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए एक बार अनिल धवन ने बीआर इशारा को लेकर बहुत कुछ शेयर किया था. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि कैसे मामूली बजट में बनी उनकी फिल्म चेतना ने फिल्म इंडस्ट्री की नींव हिला दी थी. इस फिल्म के आगे बड़ी-बड़ी फिल्मों के प्रोड्यूसर डर गए थे. उन्हें समझ में नहीं आ रहा था इस फिल्म को कैसे लोग इतना पसंद कर सकते हैं.
अनिल धवन ने बीआर इशारा को याद करते हुए कहा था- मैं यह सोचकर कांप उठता हूं कि अगर बाबू-दा ने मुझे ब्रेक नहीं दिया होता तो मेरे साथ क्या होता. मेरी डायरेक्टर से मुलाकात शत्रुघ्न सिन्हा ने करवाया था. मैं इस फिल्म को लेकर दुविथा में था कि इसे करूं कि नहीं क्योंकि यह एक बड़ी प्रभाव डालने वाली छोटी फिल्म थी लेकिन यह चिंगारी निकली जो पूरे फिल्म इंडस्ट्री को अपनी कमाई और सफलता से हर किसी को अवाक कर दी थी.
अनिल धवन ने बताया था कि जब चेतना फिल्म रिलीज हुई तो थियएटर के बाहर लंबी लगी थीं. नाज़ सिनेमा में इस फिल्म को लॉन्च किया गया था. इस फिल्म को लेकर फिल्म के डायरेक्टर काफी उत्तेजित थे. दशकों की लंबी कतारे तीन दिनों तक वैसी की वैसी ही दिखी जैसे कि पहले दिन थी. यह सिलसिला आगे कई दिनों तक चलता रहा.
अनिल धवन ने बताया था कि जहां दर्शकों ने इस फिल्म को बेशुमार प्यार दिया.वहीं कुछ लोगों ने फिल्म को लेकर काफी आपत्ति भी जताई थी. फिल्म को लेकर कई केस हुए और कहा गया कि फिल्म को थियेएटर से हटाने की धमकी भी मिलने लगी थी. यह बड़े-बड़े प्रोड्यूर्स की साजिस थी. उन्हें इस छोटी फिल्म के इतना अच्छा प्रदर्शन करने से खतरा महसूस हुआ. उन्हें लगा कि क्या 'चेतना' जैसी छोटी से बड़ी फिल्मों को नुकसान होगा.
हालांकि इसका असर फिल्म पर पॉजिटिव तरीके से पड़ा. फिल्म का जितना विरोध हुआ उससे कहीं ज्यादा फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई की. फिल्म की नायिका रेहाना सुल्तान का लुक हर किसी को पसंद आया. हीरो की शर्ट पहनकर अपार्टमेंट में घूमती हुई उस अदाकारा के लुक अब अपनी फिल्मों में मॉर्डन दिखाते हैं.
अनिल धवन का कहना था कि उन्होंने बीआर इशारा को काफी करीब से देखा था. वह जमींन से जुड़े हुए थे. वह बीआर इशारा को प्यार से बाबू-दा कहते थे. अनिल के अनुसार बीआर इशारा फिल्मों के साथ खाते और सोते थे. वह फिल्म इंडस्ट्री के लिए अनमोल रत्न थे. उन्होंने चप्पल पहनकर यात्रा की. बस उन्हें 555 सिगरेटों का एक पैक काफी पसंद था जो पूरे दिन चलती थी.
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