'परवीन बाबी आती थीं और खुद…', कैसी होती थीं 70's में बॉलीवुड की पार्टियां, रंजीत ने खोले राज
बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर रंजीत अपनी दमदार एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने प्रेम प्रतिज्ञा, धर्मात्मा, नमक हलाल, शराबी, रॉकी, धरम-वीर, कैदी, सुहाग, लैला-मजनू जैसी करीब 200 फिल्में की हैं। 70-80 के दशक में नेगेटिव रोल निभाकर मशहूर हुए रंजीत के विलेन वाले किरदार को आज भी लोग याद करते हैं।
उन्हें पर्दे पर हमेशा शराब और सिगरेट पीते हुए दिखाया गया, लेकिन असल जिंदगी में वह हमेशा नशे से दूर रहे। अब हाल ही में दिए इंटरव्यू में एक्टर ने बताया कि 70 के दशक की पार्टियां कैसी होती थीं। उसमें कैसा माहौल होता था। इसी के साथ उन्होंने बताया राजेश खन्ना के बिहेवियर के बारे में भी काफी कुछ बताया।
70 के दशक में रंजीत अपनी पार्टियों के लिए मशहूर थे। वह अक्सर अपने घर पर पार्टी होस्ट करते थे। उस वक्त के सभी टॉप स्टार्स और जो शराब पीने के शौकीन थे, वो एक्टर की पार्टियों में जरूर शामिल होते थे। एक्टर ने कहा कि फिल्मों में उन्हें दिखाया गया है कि वो खूब सिगरेट और शराब पीते थे लेकिन रियल लाइफ में उन्होंने कभी ये सबकुछ नहीं लिया। एक्टर ने बताया कि उन्होंने किसी भी पार्टी में शराब को हाथ नहीं लगाया जबकि उनके दोस्त पीते थे वह सॉफ्ट ड्रिंक ले लिया करते थे।
रंजीत ने कहा कि "मेरे पैरेंट्स दिल्ली में रहते थे और मैं जुहू में रहता था। इसलिए सभी लोग शाम को वहीं इकट्ठा होते थे। कोई रुकावट या फॉर्मेलिटी जैसा कुछ भी नहीं था। रीना रॉय मेरे घर आकर पराठे बनाती थीं, परवीन बाबी घर आकर ड्रिंक्स बनाती थीं, मौसमी चटर्जी मछली पकाती थीं, नीतू सिंह भिंडी बनातीं और घर का माहौल बहुत अच्छा होता था। वहीं मेल गेस्ट में सुनील दत्त, राजेश खन्ना, राज कुमार, संजय खान, फिरोज खान, धर्मेंद्र, शत्रुघ्न सिन्हा मौजूद रहते थे।"
एक्टर ने आगे कहा कि "पार्टी में कोई अगर समय का पाबंद होता था तो वो राजेश खन्ना हैं जो अल्कोहल जरूरत से ज्यादा पीते थे लेकिन स्टेबल रहते थे। काका एक रात में एक से दो बोतल पी जाते थे, लेकिन अगले दिन वह समय पर काम पर पहुंच जाते थे। राजेश खन्ना पार्टी के जितने शौकीन थे काम को लेकर भी उतने ही पैशनेट थे। रातभर पार्टी करने के बाद भी वो अगले दिन कई-कई फिल्मों की शूटिंग करने पहुंच जाते थे और यही बात उनको सबसे अलग बनाती थी। हम लोग पार्टी करते थे तो अगले दिन 2 बजे तक नींद नहीं खुलती थी लेकिन वो 10 बजे की शिफ्ट में पहुंच जाते थे। उनका ब्रेकफास्ट, लंच टाइम और डिनर सभी का एक टाइम था जिसे वो समय-समय पर पूरा किया करते थे।" एक्टर ने आगे कहा कि "मुझे लगता है कि जिस घर में मेहमान आते हैं उस घर में भगवान का आशीर्वाद होता है। मेरे घर में बहुत जगह थी, इसलिए मैं लोगों को एंटरटेन करता था।"
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