आडवाणी की 'रथयात्रा' बनी हेमा मालिनी के लिए पनौती, 3 दिन रही हाउसफुल, फिर साबित हुई ड्रीम गर्ल की सबसे वाहियात मूवी

 हिंदी सिनेमा की खूबसूरत अभिनेत्री हेमा मालिनी ने अपनी दमदार अदाकारी और बला की खूबसूरती से करोड़ों दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई. उन्होंने साउथ से बॉलीवुड तक का सफर तय किया. लीड एक्ट्रेस होने के साथ ही साथ वह कई फिल्मों में खलनायिका भी बनी हैं. जब वे पहली बार फिल्म में खलनायिका बनी तो दर्शकों ने उन्हें खूब प्यार दिया था. हालांकि जब वो दूसरी बार एक फिल्म में विलेन बनकर आईं तो दर्शकों ने उन्हें सिरे से नाकार दिया.

जिस फिल्म को दर्शकों ने पसंद नहीं किया, वही फिल्म हेमा मालिनी के जीवन की सबसे वाहियात फिल्म बनी. ये बात हम नहीं बल्कि हेमा मालिनी ने कहा था. चलिए जानते हैं वो कौन सी फिल्म है जिसे हेमा मालिनी न तो देखने चाहती हैं और नहा कभी ऐसी फिल्मों फिर कभी काम करना चाहती हैं.

आईएमडीबी की रिपोर्ट की मानें तो, 19 अक्टूबर साल 1990 में रिलीज हुई 'जमाई राजा' वो फिल्म है जिसे हेमा मालिनी अपने करियर की सबसे खराब फिल्म मानती हैं. बता दें कि इस फिल्म में हेमा मालिनी के अलावा माधुरी दीक्षित और अनिल कपूर लीड रोल में थे. फिल्म में हेमा मालिनी माधुरी दीक्षित की मां बनी थीं जबकि अनिल कपूर की सास बनी थीं. इसका निर्देशन ए. कोडंडारामी रेड्डी ने किया था. फिल्म में हेमा मालिनी के किरदार का नाम दुर्गेश्वरी था जो बहुत अमीर और स्वाभिमानी महिला थी.

रिपोर्ट के अनुसार, हेमा मालिनी इस बात से नाखुश थीं कि उनके किरदार को फिल्म में जिस तरह प्रस्तुत किया गया था. वह वैसा उन्हें नहीं बताया गया था. उन्होंने खुले तौर पर इसे अपने करियर की सबसे खराब फिल्मों में से एक बताया. वहीं कहा जाता है कि अनिल कपूर भी नहीं चाहते थे कि हेमा मालिनी फिल्म में उनकी सास का रोल प्ले करें. वह मुमताज को अपनी ऑन स्क्रीन सास के रूप में देखना चाहते थे. हालांकि मुमताज फिल्मों में किसी भी कीमत वापसी नहीं करना चाहती थीं. इसलिए उन्होंने फिल्म करने से मना कर दिया था.

रिपोर्ट में ये भी मेंशन है कि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप क्यों हुई थी जबकि यह अपने रिलीज के तीन दिनों तक खूब कमाई थी . तीन दिनों थिएटर में दर्शकों की संख्या देखते बनी थी. फिर ऐसा क्या हुआ कि ये फिल्म अपना बजट निकलाने में कामयाब नहीं हो सकी. इसके पीछे लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा को बड़ा कारण बताया जाता है.

कहा जाता है कि 'जमाई राजा' उन दिनों दीवाली के अवसर पर 1990 में 19 अक्टूबर सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. रिलीज के 3 दिनों तक फिल्म ने अच्छी कमाई थी लेकिन उसी समय लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा शुरू हुई थी और फिर 23 अक्टूबर को उनकी गिरफ़्तारी ने देश का मूड बदल दिया, जिसका सीधा असर उनकी फिल्म पर पड़ा. देश में राजनीतिक गहमागहमी की वजह से इसका सीधा असर हेमा मालिनी की फिल्म पर पड़ा था. कहा जाता है कि अगर आडवाणी की रथयात्रा नहीं निकलती तो शायद उनकी ये फिल्म काफी अच्छी कमाई करती.


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