असरानी की कहानी जिन्दगी कि जुबानी:–असरानी जी ने इस फिल्म में जेलर का किरदार निभाया था। उनकी अदाकारी और कॉमिक टाइमिंग इस फिल्म को नहीं भूला जा सकता।

 असरानी (पूरा नाम गोवर्धन असरानी) एक भारतीय अभिनेता और निर्देशक हैं, जिन्होंने 350 से अधिक हिंदी फिल्मों में काम किया है। वे 1 जनवरी, 1941 को भारत के राजस्थान के जयपुर में पैदा हुए थे। असरानी ने 1963 में फिल्म 'हारे काँच की चूड़ियाँ' से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी और फिर से इसके बाद वे विभिन्न प्रकार के चरित्रों को निभाने में सफल रहे हैं।



असरानी अपनी उत्कृष्ट कॉमिक टाइमिंग और विभिन्न चरित्रों के रोल निभाने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं। वे कई लोकप्रिय बॉलीवुड फिल्मों में नजर आए हैं, जैसे "शोले", "चुपके चुपके", "हिम्मतवाला" और "बाजीगर"। उन्होंने कई गुजराती फिल्मों और टीवी शो में भी अभिनय किया है।


अभिनय के अलावा, असरानी ने कुछ फिल्मों को निर्देशित भी किया है जैसे "चला मुरारी हीरो बनने" और "हम नहीं सुधरेंगे"। उन्हें भारतीय सिनेमा के योगदान के लिए कई पुरस्कार

असरानी भारतीय फिल्म उद्योग में अभी भी सक्रिय हैं और बॉलीवुड के सर्वश्रेष्ठ चरित्र अभिनेताओं में से एक माने जाते हैं।

उन्हें "चुपके चुपके" में फिल्मफेयर बेस्ट कॉमेडियन अवार्ड और 1997 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड जैसे कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।


असरानी ने अपनी फिल्म के अलावा टेलीविजन शोज में भी काम किया हैं, जिसमें "फिर लौट आई नागिन", "गुंडे राजा", "एक महल बाबू का" और "फिर दोहराएँ" शामिल हैं। उन्होंने भी कुछ गुजराती फिल्मों और टीवी शोज में काम किया है।


असरानी ने अपने फिल्म और टेलीविजन कैरियर के साथ-साथ अभिनेता और निर्देशक के रूप में भी काफी सम्मान कमाए हैं। उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया है, जो भारत सरकार द्वारा उत्कृष्ट कौशल व प्रभावी योगदान के लिए दिया जाता है।

असरानी जी के प्रसिद्ध फिल्मों में शामिल हैं "हस्ते खेलते", "चुपके चुपके", "शोले", "मैं ने प्यार किया", "अंगूर", "बादशाह", "अविष्कार" और "वो शादी नहीं हो सकती"। उनका अभिनय उन्हें भारतीय सिनेमा के सबसे जाने-माने कॉमेडियनों में से एक बनाता है।


असरानी जी ने अपनी फिल्म कैरियर में लगभग 400 से अधिक फिल्मों में काम किया है। उनका अभिनय व्यक्तिगत और असाधारण होता है, जो उन्हें बॉलीवुड के सबसे अद्भुत कॉमेडियनों में से एक बनाता है। उनका लोकप्रिय चरित्र "जैन्टिलमैन" को भी लोगों के दिलों में बसाया गया है।


असरानी जी ने अपने फिल्म कैरियर के साथ-साथ बॉलीवुड में कॉमेडी और नाटक के अलावा संगीत और खेल जैसी अन्य क्षेत्रों में भी अपनी कला का प्रदर्शन किया है। उन्हें उनकी अनोखी पहचान, लोकप्रियता और संवेदनशीलता के लिए बहुत सम्मान मिला है।


असरानी जी ने अपनी कैरियर के दौरान अनेक पुरस्कार जीते हैं। उन्हें 1979 में फिल्म "अंगूर" के लिए फ़िल्मफेयर पुरस्कार के लिए बेस्ट कॉमेडियन का पुरस्कार मिला था। उन्होंने बॉलीवुड में बहुत सारे स्मार्ट, लोकप्रिय और अद्भुत चरित्रों को जन्म दिया है, जिन्होंने लोगों के दिलों में अपनी अलग पहचान बनाई है।


असरानी जी अब भी अपनी कला के लिए सक्रिय हैं और उन्हें अभी भी बॉलीवुड में अधिकतर फिल्मों में कॉमेडी रोल्स के लिए बुलाया जाता है। वे अपने समर्पण, प्रफेशनलिज्म और आधुनिकता के लिए जाने जाते हैं।


असरानी जी ने बॉलीवुड में अपनी कला के माध्यम से कई फिल्मों में काम किया हैं। उनमें से कुछ फिल्मों में उनके किस्से निम्नलिखित हैं:


शोले: असरानी जी ने इस फिल्म में जेलर का किरदार निभाया था। उनकी अदाकारी और कॉमिक टाइमिंग इस फिल्म को नहीं भूला जा सकता।


हीरो: असरानी जी ने इस फिल्म में एक पुलिस अधिकारी का किरदार निभाया था। उनके कॉमिक टाइमिंग ने इस फिल्म को बेहद मनोरंजक बनाया था।


मैं हूँ ना: असरानी जी ने इस फिल्म में एक क्लास टीचर का किरदार निभाया था। उनकी अदाकारी ने इस फिल्म को और भी मनोरंजक बनाया था।


अंगूर: असरानी जी ने इस फिल्म में एक शराबी नेता का किरदार निभाया था। उनकी अदाकारी ने इस फिल्म को बहुत ही मजेदार बनाया था।


बड़े मियाँ छोटे मियाँ: असरानी जी ने इस फिल्म में छोटे मियाँ का किरदार निभाया था। उनके कॉमिक टाइमिंग ने इस फिल्म को और भी मनोरंजक बनाया था।



Comments

  1. फिल्म अंगूर में असरानी नहीं संजीवकुमार के साथ देवनवरमा थे ।

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  2. असरानी पुणे फ़िल्म।इंस्टिट्यूट से ग्रेजुएशन से पूर्व वहां स्टूडेंट उसके बाद एक्टिंग टीचर भी रहे बाद में वो फिल्मो में सफल हुए

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  3. मैने प्यार किया और बाजीगर मूवी मे आसराणी जी मे नही है

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  4. Ashraniji’s role in film Abhiman was also a great success and remarkable.

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  5. Your information is not enriched. You have not mentioned Guddi movie here. Director Rishikesh Mukherjee gave Asrani Jee the opportunity to act in his first movie, the movie was called Guddi.

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