जगदीप:–बेटे को देखने आई लड़की के बहन से कर ली शादी
बॉलीवुड एक्टर जगदीप का आज जन्मदिन है। उनका जन्म 29 मार्च 1939 को दतिया में हुआ था। मध्यप्रदेश से ताल्लुक रखने वाले जगदीप ने लगभग 400 फिल्मों में काम किया और पर्दे पर कॉमेडी की मिसाल पेश की। स्क्रीन पर उनके आते ही दर्शकों के चेहरे पर खुद-ब-खुद मुस्कान आ जाती थी। फैंस उन्हें या तो जगदीप के नाम से जानते थे या सूरमा भोपाली के नाम से। हालांकि उनका असली नाम कुछ और था। उनके असली नाम से फैंस अंतिम समय तक बेखबर रहे। शायद हकीकत ये भी है कि उनके असली नाम से आज तक उन्हें किसी ने पुकारा ही नहीं। जगदीप का असली नाम था सैयद इश्तियाक अहमद जाफरी। उनके पिता का नाम सैयद यावर हुसैन जाफरी था और मां का नाम कनीज़ हैदर था। बॉलीवुड में इन्हें शोले फ़िल्म में प्रसिद्ध हुए किरदार की वजह से सूरमा भोपाली भी कहा जाता था।
जगदीप ने एक चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर साल 1951 में फिल्म 'अफसाना' से फिल्मी दुनिया में कदम रखा और एक कॉमेडियन के तौर पर उन्होंने 'दो बीघा ज़मीन' से डेब्यू किया था। हालांकि 1994 में आई 'अंदाज़ अपना अपना', 1975 में आई 'शोले' और 1972 में आई 'अपना देश' में उनके अभिनय को काफी सराहा गया। सूरमा भोपाली के नाम से मशहूर होने के बाद उन्होंने इसी नाम से खुद फिल्म भी बनाई थी।
जगदीप ने की तीन शादियां
जगदीप की पर्सनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने तीन शादियां कीं। उनकी पहली पत्नी का नाम नसीम बेगम, दूसरी पत्नी का नाम सुघ्र बेगम और तीसरी पत्नी का नाम नजीमा है। जगदीप ने तीन शादियां की और उनके 6 बच्चे हैं। बेटा हुसैन जाफरी (पहली पत्नी), जावेद जाफरी और नावेद जाफरी (दूसरी पत्नी)। तो वहीं दो बेटियां शकीरा शफी और सुरैया जाफरी (पहली पत्नी) और मुस्कान (तीसरी पत्नी) हैं। जावेद जाफरी और नावेद जाफरी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री का जाना माना चेहरा हैं।
धर्मेंद्र ने ऐसे किया 'सूरमा भोपाली' जगदीप को याद, कहा- 'मुझे देते थे अठन्नी-चवन्नी'
मुंबई. शोले के सूरमा भोपाली उर्फ जगदीप के निधन के बाद बॉलीवुड में शोक की लहर है। कई सेलेब्स जगदीप से जुड़ी अपनी यादों को शेयर कर रहे हैं। अब शोल के वीरू यानी धर्मेंद्र ने बताया कि वह पिछले दिनों ही जगदीप से मिले थे। धर्मेंद्र ने बताया कि कुछ महीने पहले जगदीप कई दफा मुझसे मिले थे। उन्होंने मुझे कुछ पुराने सिक्के दिए, खास अठन्निया लाकर मुझे दी। जगदीप ने कहा-' पाजी मुझे पता है कि आपको पुराने सिक्कों का बहुत शौक है।'
खाने-पीने के थे शौकीन
धर्मेंद्र बताते हैं कि हम शुरुआत के दिनों में ही काफी अच्छे दोस्त बन गए थे। जगदीप खाने-पीने के बेहद शौकीन थे। इसके अलावा वह बेहद ही अच्छा खाना भी बना लेते थे। साल 1988 में उन्होंने सूरमा भोपाली नाम से फिल्म बनाई थी। इसमें मेरी गेस्ट अपीरियंस थी।
बकौल धर्मेंद्र- 'जब उनकी मां बीमार पड़ी तो मैं उनसे मिलने जाया करता था। उनके बच्चे जब छोटे थे तभी से मेरा उनके घर पर आना-जाना लगा रहता था। प्रतिज्ञा, शोले, सूरमा भोपाली हमने साथ कई बड़े प्रोजेक्ट किए। वह बहुत बड़े फनकार थे। '
अमर है सूरमा भोपाली का किरदार
धर्मेंद्र कहते हैं- 'शोले में सूरमा भोपाली का किरदार अमर है। जब तक लोग फिल्में देखते रहेंगे और फिल्म इंडस्ट्री रहेगी तब तक सूरमा भोपाली का किरदार अमर रहेगा। हम उसे कभी भी भूल नहीं सकते हैं। 3*1 '
जगदीप को याद करते हुए आखिर में धर्मेंद्र कहते हैं- ' हम दोनों इतने साल तक साथ रहे। मुझे अब ऐसा लग रहा है कि मेरे अंदर कुछ टूट गया है। उन दौर में तौर-तरीके कुछ और थे। एक मां-बहन की इज्जत, लोक लिहाज हुआ करते थे। 3*1 '
जगदीप और नजीमा की शादी
जगदीप और नजीमा की शादी का किस्सा भी कम फिल्मी नहीं है. पत्रिका की एक रिपोर्ट के अनुसार दरअसल, उनके बेटे नावेद को लड़की वाले देखने आए थे. लेकिन, नावेद शादी नहीं करना चाहते थे और करियर पर फोकस करना चाहते थे, इसलिए उन्होंने शादी से इनकार कर दिया था. लेकिन, जिस लड़की से नावेद की शादी की बात चल रही थी, उसकी बड़ी बहन पर जगदीप का दिल आ गया. जगदीप ने उन्हें शादी के लिए प्रपोज किया और दोनों जल्द ही शादी के बंधन में बंध गए.
पोते मिजान कर चुके हैं डेब्यू
उनके बेटे जावेद जाफरी ट्रेंड सेटिंग डांसिंग शो बूगी- वूगी के होस्ट के तौर पर जाने जाते हैं। वहीं जावेद जाफरी के तीन बच्चे हैं। दो बेटे मिजान जाफरी और अब्बास जाफरी व बेटी अलाविया जाफरी। पिछले साल मिजान की फिल्म मलाल रिलीज हुई थी जिसके प्रोड्यूसर संजय लीला भंसाली और भूषण कुमार थे।
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