आसान नहीं था मनोज बाजपेयी का फिल्मी सफर, ऐसे बने अभिनय की दुनिया के 'सरदार खान'
फिल्मों में विलेन से लेकर कॉ़मेडी और गंभीर किरदार से मनोज बाजपेयी ने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। आज भले ही मनोज बाजपेयी फिल्म इंडस्ट्री का जानामाना चेहरा हैं, लेकिन उनका यहां तक सफर इतना आसान नहीं था। मनोज का जन्म पश्चिमी चंपारण जिले के नरकटियागंज के छोटे से गांव बेलवा में 1969 को हुआ। उनके पिता खेती किया करते थे। मनोज बाजपेयी ने अपनी जिंदगी में काफी स्ट्रगल किया।
मनोज ने अपनी स्कूली पढ़ाई राजा हाईस्कूल, बेतिया जिले से की थी। इसके बाद वह सत्यवती कॉलेज गए, फिर स्नातक की पढ़ाई के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज आ गए। 4 बार नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से खारिज कर दिए जाने के बाद उन्होंने बैरी ड्रामा स्कूल से बैरी जॉन के साथ थियेटर किया।
मनोज ने अपनी स्कूली पढ़ाई राजा हाईस्कूल, बेतिया जिले से की थी। इसके बाद वह सत्यवती कॉलेज गए, फिर स्नातक की पढ़ाई के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज आ गए। 4 बार नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से खारिज कर दिए जाने के बाद उन्होंने बैरी ड्रामा स्कूल से बैरी जॉन के साथ थियेटर किया।
मनोज बाजपेयी ने बचपन में ही तय कर लिया था कि उन्हें एक एक्टर बनना है। 17 साल की उम्र में उन्होंने इस बात का एलान कर दिया था। मनोज बताते हैं कि वो एक्टिंग तो पहले से ही करना चाहते थे लेकिन अमिताभ बच्चन स्टारर 'जंजीर' देखने के बाद उन्हें लगा कि वो अब एक्टिंग के अलावा कुछ और नहीं कर पाएंगे। जिस समय उन्होंने एक्टर बनने का सपना सजा लिया था उस दौरान उनके अपने गांव में थिएटर नहीं हुआ किया करते थे। लेकिन उन्होंने मन बना लिया था और उन्होंने इसके लिए लिटरेचर का सहारा लिया था।
बता दें कि मनोज बाजपेयी की दो शादियां हुईं हैं। पहली शादी उनकी साल 1990 में हुई थी। हालांकि उनकी ये शादी ज्यादा लंबी नहीं चल पाई थी। इसके बाद उन्होंने साल 2006 में बॉलीवुड एक्ट्रेस शबाना रजा के साथ हुई। जिससे उनकी एक बेटी भी है और अब दोनों साथ में काफी खुश हैं। शबाना को नेहा के नाम से भी जाना जाता है।
Dono ek sath
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